चुप्पी
जब कभी
ज़िन्दगी नाराज़ करती है ,
मैं बिलकुल चुप सा हो जाता हू ......
वो पास आकर
मेरा चेहरा अपनी ओर करते हुए
बड़ी मासूमियत से कहती है -
"तुम चुप बिलकुल अच्छे नहीं लगते ,
कुछ बोलो ना "
फिर नभ में
सैकड़ो इन्द्रधनुष
एक साथ खिल उठते हैं ...........
- नील कमल
तारीफ जितना भी करु कम है ....
ReplyDeleteTO THORI KM HI KIJIYE............... HA HA
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