Thursday, 18 October 2012

चुप्पी

जब कभी 
ज़िन्दगी नाराज़ करती है , 
मैं बिलकुल चुप सा हो जाता हू ......


वो पास आकर 
मेरा चेहरा अपनी ओर करते हुए 
बड़ी मासूमियत से कहती है -
"तुम चुप बिलकुल  अच्छे नहीं लगते ,
कुछ बोलो  ना "


फिर नभ में 
सैकड़ो इन्द्रधनुष 
एक साथ खिल उठते हैं ...........


                                   - नील कमल     

2 comments:

  1. तारीफ जितना भी करु कम है ....

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    1. TO THORI KM HI KIJIYE............... HA HA

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