Saturday 27 January 2018

हमें कतारों में खड़ा करो


हमें कतारों में खड़ा करो
हमें श्रृंखलाओं में खड़ा करो
हम वाजिब सवाल न पूछ बैठें कोई
हमें किरदारों में खड़ा करो

आंखें बंद करवाकर खड़ा रखो हमें
और तब तक गिनती गिनने दो
जब तक तुम अपनी गुद्दी सुरक्षित न कर लो
फिर पीठ पर जोर का धप्पा देकर
हमें बाज़ारों में खड़ा करो

हमें कतारों में खड़ा करो
हमें श्रृंखलाओं में खड़ा करो...

सर्व उत्तम का स्वांग भरो ,
अपनी नाज़ायज महत्वाकांक्षाएं जियो,
अगर पकड़े जाओ कभी
चरित्र हनन करो हमारा
और मीडिया-अखबारों में खड़ा करो

हमें कतारों में खड़ा करो
हमें श्रृंखलाओं में खड़ा करो...

©नील कमल : 17.01.2018

#गुद्दी - तशरीफ़ ।

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